tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post5441522124416272987..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: कितना नहीं लजाइये? खाली थेथरई में गाल बजाइये?..azdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-54371779535413392422008-08-25T22:08:00.000+05:302008-08-25T22:08:00.000+05:30आप तो बड़े गुरू टाइप आदमीं हैं जी! ....अच्छा, याद आ...आप तो बड़े <I>गुरू टाइप आदमीं</I> हैं जी! ....अच्छा, याद आया...आपको तो कई लोग ‘गुरुदेव’ कहते भी हैं। लेकिन आप माताओं में भी लड़की की ही प्रधानता देखते हैं, यह क़ाबिले ग़ौर है।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-76827759373711628732008-08-25T19:58:00.000+05:302008-08-25T19:58:00.000+05:30@suji, hum par buldozar mat chadhana, hamara dimaa...@suji, hum par buldozar mat chadhana, hamara dimaag waise hi chadha hua hai..azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-4661971559937924382008-08-25T18:09:00.000+05:302008-08-25T18:09:00.000+05:30चप्पल वैसे ही घिसी हुई है , आप पर फेंक कर अपना नुक...चप्पल वैसे ही घिसी हुई है , आप पर फेंक कर अपना नुकसान करना है क्या। व्हाई शुड आई वेस्ट माई चप्पल ऑन यू....<BR/>वैसे कुछ ख्वाहिशें हमारी भी हैं...अगली पोस्ट चढाती हूँ उसी पर !सुजाताhttps://www.blogger.com/profile/12373406106529122059noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-20085010497340865032008-08-25T15:55:00.000+05:302008-08-25T15:55:00.000+05:30हा हा हा बहुत सुन्दर लिखा है। आज सचमुच यही दशा है ...हा हा हा बहुत सुन्दर लिखा है। आज सचमुच यही दशा है समाज की। बधाई स्वीकारें।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-55884569732998559022008-08-25T09:37:00.000+05:302008-08-25T09:37:00.000+05:30@तरुण, तुम पता नहीं क्यों किससे जाकर क्या पूछते,...@तरुण, <BR/>तुम पता नहीं क्यों किससे जाकर क्या पूछते, क्योंकि कुछ तो लोग कहते ही, क्योंकि किशोर कुमार ने भी इतना पहले कहा ही था कि लोगों का काम है कहना; मगर मैं तुमसे ज़रूर पूछता कि अरे, ओह, तुमने पसंद नहीं किया, कैसे किया, क्यों किया एटसेट्रा.azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-50994166388163195222008-08-25T09:08:00.000+05:302008-08-25T09:08:00.000+05:30दस लोगों ने पसंद किया देखकर आये थे लेकिन सब सिर से...दस लोगों ने पसंद किया देखकर आये थे लेकिन सब सिर से हव्वा हो गया। अब पता होता कौन कौन पसंद किये हैं तो उनसे ही जाकर मतलबवा पूछते।Tarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-25486553672097944522008-08-25T09:07:00.000+05:302008-08-25T09:07:00.000+05:30यहाँ पर बैठके लिखते तो शायद कहते ""तीन-तीन पोते पो...यहाँ पर बैठके लिखते तो शायद कहते ""तीन-तीन पोते पोतियों की मां हुई लड़कियां"Tarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-36950594754234748412008-08-25T08:51:00.000+05:302008-08-25T08:51:00.000+05:30इत्ती बात पर इत्ता कन्टम्प्लेशन....गुरुवर आपके ही ...इत्ती बात पर इत्ता कन्टम्प्लेशन....गुरुवर आपके ही बस का है...Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16964389992273176028noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-2913129984100889192008-08-25T06:31:00.000+05:302008-08-25T06:31:00.000+05:30तीन-तीन बच्चों की मां हुई लड़कियां मुझ निर्बुद्धि...<B>तीन-तीन बच्चों की मां हुई लड़कियां मुझ निर्बुद्धि के छंटाक भर के सेंस ऑफ़ ह्यूमर पर क्या बच्चादार हंसी हसेंगी. याकि मैं ही बुर्जू़गवार रोऊंगा? </B> तो क्या तय हुआ फ़ाइनली?अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-91300840843942190282008-08-25T01:59:00.000+05:302008-08-25T01:59:00.000+05:30@बड़े नरवर साहेब,यही तो चक्कर है, अजीत प्रताप सिं...@बड़े नरवर साहेब,<BR/><BR/>यही तो चक्कर है, अजीत प्रताप सिंह, स्वयं फंसे हुए आदमी के बारे में आपको लगता है फांसा और झांसा दे रहा है! कितना ले रहा है यह सोचकर सहानुभूति नहीं होती? या सिहरानुभूति?azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-64804990436838191032008-08-25T01:26:00.000+05:302008-08-25T01:26:00.000+05:30हमारा राग अलग ही चलेगा....प्रमोद सिंह , राऊरकेला, ...हमारा राग अलग ही चलेगा....<BR/><BR/>प्रमोद सिंह , राऊरकेला, उडीसा की पैदाइश... बाद में छोटे-बडे अलग-अलग शहरों में राजनीतिक, सांस्कृतिक लड़कपने के खेल... पिछले दस वर्षों से बंबई में पटखनी खाये पडे हैं. <BR/>हमें कब तक झांसे देते रहेंगे। <BR/>बाट तकत....<BR/>अजितअजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-6586498890971792732008-08-24T22:17:00.000+05:302008-08-24T22:17:00.000+05:30@अफलू भैया, मैं तो मोत्ज़िला में ही लिखता-देखता ...@अफलू भैया, मैं तो मोत्ज़िला में ही लिखता-देखता हूं, मुझे तो छितराया नहीं दिखता.. लेफ़्ट अलाइन्ड से अपनी फॉरमैटिंग का तो बाजा बज जायेगा?azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-46107840727702811492008-08-24T22:15:00.000+05:302008-08-24T22:15:00.000+05:30"तीन-तीन बच्चों की मां हुई लड़कियां"भाई कमाल है! ..."तीन-तीन बच्चों की मां हुई लड़कियां"<BR/>भाई कमाल है! अभी तक आप उन्हें लड़कियां ही कह रहे हैं... और एक हम है जो लड़कियों को भी आंटी कह देते हैं !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-11609938170575552682008-08-24T21:57:00.000+05:302008-08-24T21:57:00.000+05:30Postva 'left alligned' rakhiye ,anyatha Mozila wal...Postva 'left alligned' rakhiye ,anyatha Mozila walon ko ko akshar chhitraya hua dikhta rahega.Saprem.अफ़लातूनhttps://www.blogger.com/profile/08027328950261133052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-62108919624225262882008-08-24T21:28:00.000+05:302008-08-24T21:28:00.000+05:30ओह...तंज़ तो हरगिज़ नहीं था सर।ओह...तंज़ तो हरगिज़ नहीं था सर।शायदाhttps://www.blogger.com/profile/17484034104621975035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-32725345512491583102008-08-24T21:02:00.000+05:302008-08-24T21:02:00.000+05:30मन का क्या है ? ...सारा आकाश कम है ! आप वाकई, बहुत...मन का क्या है ? <BR/>...सारा आकाश कम है ! <BR/>आप वाकई,<BR/> बहुत अच्छा लिखते हैँ <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-14630074668373298222008-08-24T18:10:00.000+05:302008-08-24T18:10:00.000+05:30आप कित्ती फ़ोडे ? किस किस की मटकी फ़ोडे लिस्टवा दीजी...आप कित्ती फ़ोडे ? किस किस की मटकी फ़ोडे लिस्टवा दीजीयेगा, हो सके तो चंदा भी , भाइ अब मटकी खरीद कर वापिस भी करना प्डेगा ना :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.com