tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post56960013596978816..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: दुनिया रोज़ बदलती है?azdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-74132778316567920962009-11-20T23:44:48.482+05:302009-11-20T23:44:48.482+05:30अरे सर इंडिया अऊर उहो बिहार. सरजी इहा तो हर चीज मे...अरे सर इंडिया अऊर उहो बिहार. सरजी इहा तो हर चीज में गैदरिंग है. बदलने दिजिये दुनिया को, शायद बदल के फिर से इहे चहुपेगा.<br />बाकी पोस्ट तो लाजबाब है. आज एक कविता सुझी थी. जिसमें लडकी को सूरज की किरण कह रहा हूं.<br />पोस्ट डाल दिया है मैंने वैसे.ritu rajhttps://www.blogger.com/profile/03597991886714743948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-86806176513104007282009-11-20T17:36:27.102+05:302009-11-20T17:36:27.102+05:30हा!हा! प्रमोद भाई अब क्या करियेगा हेना जेतना सब जो...हा!हा! प्रमोद भाई अब क्या करियेगा हेना जेतना सब जो भी बदिल रहा है, सचे बात ये है कि ई कवि लोग को भी नहीं सुझता...झुठे लिख रहे है....हमहु लिख देते हैं...कल एक ठो कविता पढ़ रहे थे ओय में किसी का कत्थई आंख का जिकर था...अब बताइये कभी देखे हैं कभी किसी का कत्थईबा आंख...<br /><br />राजकमल तो...आजकल तो गांधी मैदान में पुस्तक मेला भी लगा है ना...परसों जाने का हमरा प्रोग्राम है।<br /><br />आपको पढ़ते रहते हैं अक्सर...गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-3853285941993954552009-11-20T13:06:50.751+05:302009-11-20T13:06:50.751+05:30कहाँ बदल रही है दुनिया ....ईमानदार कोशिशों को जंग ...कहाँ बदल रही है दुनिया ....ईमानदार कोशिशों को जंग जरुर लग रही है ..खैर ..दवाई लीजिये.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-79063552105543352702009-11-20T12:58:37.456+05:302009-11-20T12:58:37.456+05:30बाप रे! क्या भासा है... एकदम फुलटुस... आप बिहार के...बाप रे! क्या भासा है... एकदम फुलटुस... आप बिहार के है क्या ? तब्बे इतना जेकरा-जेकरा’ और ‘जेतना’ सब जो ‘बदिल’ भी है... हसते हस्ते बुरा हाल है... अबरी पटना आयिगा तो हमरा से मिलिएगा पीलीज़... बहुते इक्छा है...सागरhttps://www.blogger.com/profile/13742050198890044426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-17494535007895749672009-11-20T12:44:18.084+05:302009-11-20T12:44:18.084+05:30राजेंदर यादव जी की हर बात से सहमत नहीं होते ...राजेंदर यादव जी की हर बात से सहमत नहीं होते पर उन्होंने एक बात मार्के की कही है ....हिन्दुतानके हर गली मोहल्ले में एक कवि है ..खांसी की कडवीदवा रात को ले लीजियेगाडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-87837194983296539452009-11-20T12:28:23.647+05:302009-11-20T12:28:23.647+05:30शादी को सोशल गेदरिंग की नज़र से देख ही नहीं पाए हम ...शादी को सोशल गेदरिंग की नज़र से देख ही नहीं पाए हम तो.. वैसे कल की दुनिया आज लग नहीं रही है.. वाकई बदली तो है..<br /><br />आप खांसी की दवाई लीजिये..कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.com