tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post5713335493395258625..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: अबरार और मंजरी: चारazdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-63929101891964415192008-08-09T21:32:00.000+05:302008-08-09T21:32:00.000+05:30वाह साहब! कथा की बुनावट तो काफ़ी इन्टरेस्टिंग होती ...वाह साहब! कथा की बुनावट तो काफ़ी इन्टरेस्टिंग होती जा रही है!सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-37249884434540824002008-08-09T20:27:00.000+05:302008-08-09T20:27:00.000+05:30ये क्या लिख रहे है जी इस पर आपके हस्ताक्षर नजर नही...ये क्या लिख रहे है जी इस पर आपके हस्ताक्षर नजर नही आते :)<BR/>वाकई मे एक बहुत खूब सूरत रचना. वैसे मुझे इसका शीर्षक देखकर लखनऊ दूरदर्शन पर आतए एक प्रोगाम की लाईने याद आ गई : अब आपके सामने है "अम्मार मंजरी का घर चौबारा" यानी मंजरी जोशी और अम्मार रिजवी ग्रह मंत्री , बाकी आप ज्यादा जानते है जी :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-51204413257254880522008-08-09T12:52:00.000+05:302008-08-09T12:52:00.000+05:30अगली कड़ी का इंतज़ार--अगली कड़ी का इंतज़ार--पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.com