tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post6367877332106673548..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: बना रहे.. जो भी है?..azdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-23267787409495687522008-06-23T22:30:00.000+05:302008-06-23T22:30:00.000+05:30कहा भी है-जो मजा बनारस में , वो पेरिस में न फ़ारस म...कहा भी है-जो मजा बनारस में , वो पेरिस में न फ़ारस में। <BR/><BR/>हमारे गुरू जी के बार पान न खाने की बात पर झल्ला गये थे। बोले-अरे इहां पान खाया कहां जाता है। यहां तो पान फ़ेरा जाता है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-38835004951883287352008-06-16T02:43:00.000+05:302008-06-16T02:43:00.000+05:30अब तो बूझा गया होगा कि आस पास का माहौल कितना असर ड...अब तो बूझा गया होगा कि आस पास का माहौल कितना असर डालता है. बिना खाये ही आ गये न नशे में. हर जगह साईकिल डुलाते अपनी मस्ती में निकलने का जुगाड़ नहीं होता-ससुर, माहौल चैंट ही जाता है. भारत है बाबू, चीन तो है नहीं.<BR/><BR/>मस्त रहिये, झूमते रहिये और पान भी अब चुभला ही लिजिये. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-31829550021819135822008-06-15T20:37:00.000+05:302008-06-15T20:37:00.000+05:30ye sab tho sab jante hai,,,,,shayad aap hi thela ...ye sab tho sab jante hai,,,,,shayad aap hi thela gaye isme...isliye ram nahi paye.<BR/><BR/>pan chublaiye aur bas na samjhne wali bat karte rahiye.ankurhttps://www.blogger.com/profile/10807163319489218654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-5420437206334004102008-06-14T14:41:00.000+05:302008-06-14T14:41:00.000+05:30गुरूजी प्रणाम.एक बार भंग खा ही लीजये.भंग खाए का जो...गुरूजी प्रणाम.<BR/>एक बार भंग खा ही लीजये.<BR/>भंग खाए का जो नशा है वो बैगैर खाए के नशे से बहुत जियादा उम्दा है.<BR/>और फ़िर मस्ती मे लिखिए पढने वाले भी मस्त होयेंगे.<BR/>(ये सब अनुभव के आधार पर कहा है. मेरी ज्यादातर पोस्ट भंग खा के ही निकले है तभी तो.........)बालकिशनhttps://www.blogger.com/profile/18245891263227015744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-91935170990957977852008-06-14T12:36:00.000+05:302008-06-14T12:36:00.000+05:30वाह साहब, कमाल है. क्या बात है. वैसे, डान, पान...वाह साहब, कमाल है. क्या बात है. वैसे, डान, पान नहीं खाता ? ई बड़ा बुरा करता है.अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-90032909083543619392008-06-14T11:33:00.000+05:302008-06-14T11:33:00.000+05:30बना रहे रस..केवल चूना न मिले, इसे देखने की जरूरत ह...बना रहे रस..केवल चूना न मिले, इसे देखने की जरूरत है.Shivhttps://www.blogger.com/profile/05417015864879214280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-1373693522520248632008-06-14T09:57:00.000+05:302008-06-14T09:57:00.000+05:30अरे ये क्या यानी आप बनारस मे पतनशीलता की परिभाषाये...अरे ये क्या यानी आप बनारस मे पतनशीलता की परिभाषाये खोज रहे थे, और हम समझे की आपको चीन वालो ने चीन की जेल मे बंद भारतीयो को (सजा देने के लिये)पतनशील साहित्य सुनाने के लिये पकड लिया है :) यानी अभी भी ये सजा (पतनशील साहित्य पढने की) हमे ही मिलती रहेगी :)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.com