tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post7515118817335248196..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: रोज़ का किस्सा..azdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-46637805602900235442010-01-26T22:29:26.998+05:302010-01-26T22:29:26.998+05:30इतनी प्यारी कि मैं पूरा का पूरा इस पोस्ट की तरह हो...इतनी प्यारी कि मैं पूरा का पूरा इस पोस्ट की तरह हो जाये तो क्या खूब. बडी गहरे तक छूते हैं आप.ritu rajhttps://www.blogger.com/profile/03597991886714743948noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-87139663686927423892010-01-26T19:11:11.447+05:302010-01-26T19:11:11.447+05:30गजब का कविता-गद्य...
और अंदाज़...
वाकई खूब गल्प कर...गजब का कविता-गद्य...<br />और अंदाज़...<br /><br />वाकई खूब गल्प कर रहे हैं आप...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-16382198189637275332010-01-26T18:46:32.582+05:302010-01-26T18:46:32.582+05:30न जाने क्यों यह मुझे भावनाओं और रिश्तों की छुअन क...न जाने क्यों यह मुझे भावनाओं और रिश्तों की छुअन का एहसास करा रहा है .अनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.com