tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post8333859183106177766..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: सिंगुर का सबकazdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-36543055166108253742007-03-09T16:53:00.000+05:302007-03-09T16:53:00.000+05:30एक सिंगूर का दुःख क्या! अब तो समूचे देश का ही सिंग...एक सिंगूर का दुःख क्या! अब तो समूचे देश का ही सिंगूरीकरण हो रहा है. सिंगूर का दुःख इसलिये ज्यादा नुकीला और पैना है क्योंकि यहां यह सब कुछ मजदूरों-किसानों की यानी सर्वहारा की पार्टी के हाथों हो रहा है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-61318950938798135302007-03-08T21:15:00.000+05:302007-03-08T21:15:00.000+05:30सिंगूर यथास्थिति के ख़िलाफ प्रतिरोध की एक आवाज़ भी...सिंगूर यथास्थिति के ख़िलाफ प्रतिरोध की एक आवाज़ भी तो है. जिसको दबाया तो जा सकता है ख़त्म नहीं किया जा सकता. <BR/>सच है कि मजदूर-किसानों की बात करने वाले वाम मोर्च के मुंह से अब वहीं बातें निकलने लगी हैं जो टाटा सोचता है.Bhupenhttps://www.blogger.com/profile/05878017724167078478noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-73500389652609515452007-03-08T16:44:00.000+05:302007-03-08T16:44:00.000+05:30पिछले दिनों सिंगुर लगातार चर्चा में रहा लेकिन किस...पिछले दिनों सिंगुर लगातार चर्चा में रहा लेकिन किसी भी तक़्लीफ़ देने वाली खबर की उपेक्षा करने की उदासीनता बरतने की अपनी आदत से भटकना ना हो सका..यहाँ पर इतने सरल शब्दों में पूरे मुआमले की समझ पाकर अच्छा लगा..Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-48368832150357048222007-03-08T16:41:00.000+05:302007-03-08T16:41:00.000+05:30आपकी समीक्षा "ऑल द किंग्स मेन की चर्चा की थी कि क...आपकी समीक्षा "ऑल द किंग्स मेन की चर्चा की थी कि कैसे सत्ता एक भले-भोले आदमी को बर्बर और निरंकुश जानवर में बदल डालती है."<BR/><BR/>सत्ता हर किसी को बदल देती है. <BR/><BR/>बहुत स्पर्शी लेख है.dhurvirodhihttps://www.blogger.com/profile/14333651535802973230noreply@blogger.com