tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post849002081480121571..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: अज्ञानियों के बीच महापुरूष का अकेलापन..azdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-29140126540384522232007-09-28T17:09:00.000+05:302007-09-28T17:09:00.000+05:30अरे! पतनशील साहित्य के अड्डे पर महापुरुष जी ने धून...अरे! पतनशील साहित्य के अड्डे पर महापुरुष जी ने धूनी रमा ली और ज्ञान का सदावर्त चालू है . जो आ रहा है सो ज्ञान की गठरी खोल रहा है . <BR/><BR/>लगे हाथों यह भी गा लिया जाए : 'तेरी गठरी में लागा चोर मुसाफ़िर जाग जरा '.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-36242755650000474292007-09-28T11:32:00.000+05:302007-09-28T11:32:00.000+05:30बेजी , आपने बिल्कुल सही कहा ।खुशी का ग्यान से तल्ल...बेजी , आपने बिल्कुल सही कहा ।खुशी का ग्यान से तल्लुक नही इसलिए महापुरुष उदास है । दर असल ग्यान का ताल्लुक तो दुख असे ह्यै। जो जितना जानता है उतना ही दुखी है । जो बेखबर है वही सुखी है । कबीर याद आते हैं<BR/>सुखिया सब सन्सार है खावे अरु सोवे<BR/>दुखिया दास कबीर है जागे अरु रोवे ।<BR/>सुख तो भ्रम है शाश्वत है दुख और करुणा ।अग्यान बहुत है । जिसे समझ आ जाये वोह फ़िर कभी चैन से नही सो सकता ।सुजाताhttps://www.blogger.com/profile/10694935217124478698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-25177298159237336142007-09-27T10:24:00.000+05:302007-09-27T10:24:00.000+05:30महापुरुष ज्ञानियों के बीच हो या अज्ञानियों के बीच ...महापुरुष ज्ञानियों के बीच हो या अज्ञानियों के बीच अकेला ही होता है।<BR/><BR/>हाँ पर खुश होने और रहने का ताल्लुक ज्ञान से है मैं नहीं मानती। (यकीन नहीं हो तो मुझे ही देख लें :)))Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16964389992273176028noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-55102018445011249152007-09-27T07:56:00.000+05:302007-09-27T07:56:00.000+05:30राजधानी महज माया है, कदम-कदम पर फ़रेबी साया है...म...राजधानी महज माया है, कदम-कदम पर फ़रेबी साया है...<BR/>महापुरुष का चिंतन सही जा रहा है।अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-83834729170713103482007-09-27T07:08:00.000+05:302007-09-27T07:08:00.000+05:30स्प्लिट पर्सनालिटी के मामले बहुत हैं एक ही व्यक्ति...स्प्लिट पर्सनालिटी के मामले बहुत हैं एक ही व्यक्ति में महापुरुष भी हैं और अज्ञानी जन भी! बहुत देखे है ऐसे महा-अज्ञानी जन!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.com