tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post927361922143690083..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: बात करनी मुझे मुश्किल कभी ऐसी तो न थी..azdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-54604432936429100722007-09-02T23:46:00.000+05:302007-09-02T23:46:00.000+05:30नाहर साहब के लिये.... कि वो दो पैरा रुनाजी ने अलग ...नाहर साहब के लिये.... कि वो दो पैरा रुनाजी ने अलग से गाई है... नही अलग से नही गाई है इसको मेंहदी साहब ने भी गाया है अपने लाईव कंसर्ट मॆ... आप कही भी सुन सकते है.. वैसे यूनुस जी को भी कहना है कि बेशक मेंहदी साहब ने ओरिजनल ही गाया है पर रुना की जो खनकती आवाज़ है उसको भी सुनने का अलग ही मज़ा है.VIMAL VERMAhttps://www.blogger.com/profile/13683741615028253101noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-53263041691408466302007-09-02T18:55:00.000+05:302007-09-02T18:55:00.000+05:30अजदक भैया डुप्ली केट क्योंू चढ़ाया सरकार ।नीचे में...अजदक भैया डुप्ली केट क्योंू चढ़ाया सरकार ।<BR/>नीचे मेंहदी हसन चढ़ा रखे हैं आपने और यहां रूना लैला की वो तमाम चीजें जो उन्होंईने <BR/>दूसरे गायकों की नकल करते हुए गाई हैं । धुन भी वही रखी है । <BR/>इत्ती पसंद हैं रूना लैला । <BR/>हम कहते हैं कि मेहदी हसन की ओरीजनल आवाज़ में पूरा खजाना सुनवाओ तो कोई अजदकी बात लगे । <BR/>जे सब क्यां है ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-27174751304493430222007-09-02T18:09:00.000+05:302007-09-02T18:09:00.000+05:30जैसी अब है तेरी महफिलवैसी पहले तो न थी.....जैसी अब है तेरी महफिल<BR/>वैसी पहले तो न थी.....Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-7723716546434494262007-09-02T15:59:00.000+05:302007-09-02T15:59:00.000+05:30चारो की चारों सुन डालीं। लेकिन क्या बात है, अजदक क...चारो की चारों सुन डालीं। लेकिन क्या बात है, अजदक को कल गुस्सा आ रहा था और आज अजदक कुछ उदास सा लग रहा है?अनिल रघुराजhttps://www.blogger.com/profile/07237219200717715047noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-75174214975149000362007-09-02T13:46:00.000+05:302007-09-02T13:46:00.000+05:30रंजिश ही सही वाली गज़ल में मेहंदी हसन ने ये दो शेर...रंजिश ही सही वाली गज़ल में मेहंदी हसन ने ये दो शेर नहीं गाये थे परन्तु रूना लैला ने गाये हैं। <BR/>कुछ तो कुछ तो कुछ तो मेरे पिन्डार-ए- मुहब्ब्त का भरम रख-२<BR/>तू भी तो कभी मुझको मनाने के लिये आ <BR/><BR/>इक उम्र से हूं लज्जत-ए-गिरिया से भी महरूम ए राहत जां मुझको रुलाने के लिये आSagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-85202072896954186352007-09-02T13:32:00.000+05:302007-09-02T13:32:00.000+05:30प्ले नहीं हो रहा है प्रमोद भाई साब। कुछ ना कुछ गड़ब...प्ले नहीं हो रहा है प्रमोद भाई साब। कुछ ना कुछ गड़बड़ है।<BR/>आप ईस्निप के अलावा lifelogger.com पर भी गाने लगा सकते हैं, वहाँ आसानी से और तेजी से प्ले हो जाते हैं। <BR/>देखिये मैने यहाँ लगाया है, <A HREF="http://http://mahaphil.blogspot.com/2007/09/blog-post.html/" REL="nofollow">दिलीप कुमार की आवाज में गाना।</A>Sagar Chand Naharhttps://www.blogger.com/profile/13049124481931256980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-31642785189740160382007-09-02T13:17:00.000+05:302007-09-02T13:17:00.000+05:30ये गुलेल चलाई क्या,किस पर चलाई क्यू चलाई कब चलाई,ग...ये गुलेल चलाई क्या,किस पर चलाई क्यू चलाई कब चलाई,गर नही चलाई तो आप गुलेले का मिस्यूज कर रहे है फोरन भेजिये हम ट्राई करेगे..:)Arun Arorahttps://www.blogger.com/profile/14008981410776905608noreply@blogger.com