tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post962653367211706598..comments2023-11-02T19:59:11.734+05:30Comments on अज़दक: दस्तावेज़ी डायरी के सनसनीखेज़ पृष्ठ..azdakhttp://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-20057327546254836622007-04-17T15:34:00.000+05:302007-04-17T15:34:00.000+05:30काहे अभय भाई, आप तो एकदमे पीछे पड़ गये हैं, उतरने-च...काहे अभय भाई, आप तो एकदमे पीछे पड़ गये हैं, उतरने-चढ़ने दीजिये... थोड़ी कसरत ही हो जायेगी।SHASHI SINGHhttps://www.blogger.com/profile/15088598374110077013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-24312249305501798222007-04-17T15:16:00.000+05:302007-04-17T15:16:00.000+05:30महाशय, आपने जिनके बारे मे लिखा है वो मेरे बडे भ्रा...महाशय, आपने जिनके बारे मे लिखा है वो मेरे बडे भ्राता है, और जहान तक मै समझता हूँ इस पत्र पर सिर्फ उनका और उनकी पत्नी का ही अधिकार है... [:P](इस स्माइली को मेरे औरकुटीया मित्रगण समझ जायेगे)..<BR/>और रही बात मेरी तो मै ठहरा निरा मूर्ख, दास और घास का चक्कर ज्यादा कुछ मेरे पल्ले नही पर रहा है... मै तो बस यू ही आपके blog पर टहल करने पहूंच गया था... :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-22467042522156608852007-04-17T12:42:00.000+05:302007-04-17T12:42:00.000+05:30लेखन के पतनशील पहलू के विवरण में ज़रा और उतरिये.. ज़...लेखन के पतनशील पहलू के विवरण में ज़रा और उतरिये.. ज़रा और..अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2179815305421953170.post-81736981428913120712007-04-17T11:41:00.000+05:302007-04-17T11:41:00.000+05:30पहले 'कोबी' जी का फोटू उतारे . फोटू त हम बोलते हैं...पहले 'कोबी' जी का फोटू उतारे . फोटू त हम बोलते हैं कोबी जी तो फ़ूत्कार अउर चीत्कार करत रहे की ई सब लिखने पर समस्त कोबी-कुल का मरजाद जाता है अउर पक्का-पक्की मान-हानि का मामला बनता है. तनिक सावधान रहिएगा रात-बिरात , कोबी जी मारे गुस्सा के खौल रहे हैं . <BR/><BR/>अब आप ऊ गद्यकार जी की अन्तरात्मा का स्कैन अउर हिरदै का ईसीजी रिपोर्ट ला कर धर दिये हैं . कोबी-लेखक लोग मुंह पर कपरा डाल के भागा-भागा फिर रहा है . सुना है 'जॉइन्ट ऐक्शन' के लिए मोर्चा बांध रहा है कोबी-लेखक . चंदा-चिट्ठा जमा करना स्टार्ट कर दिये हैं ऊ सब . लटेहर वाला ऊ किकियाने वाला कोबी मिला रहा अरे ओही जो लम्बी-लम्बी लट रखता है कम्पनी का जनाना का माफ़िक.Anonymousnoreply@blogger.com