तरबुजों में एक कटा सिर था
एक जासूसीकथा है, उन्नीस चैप्टरों की बुनावट में। आपकी दिलचस्पी बनेगी तो ब्लॉग की टहल में आप कथा कान पर लीजिएगा। पॉडकास्ट की शक्ल में यहां ब्लॉग पर मैं रह-रहकर चढ़ाता रहूंगा।
नीचे पॉडकास्ट के पीले के प्ले पर चटका लगाकर कथा का आनन्द लीजिए। चलिए, शुरु हो जाइये।
एक..
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